वैदिक मंत्र, व्रत कथा, आरतियों और चालीसाओं का संग्रह
पूजा की शुरुआत शुद्धि से करे। स्नान करके शरीर और मन को शुद्ध करे। पूजा के लिए शुद्ध वस्त्र पहनना महत्वपूर्ण है। शुद्ध आसन पर बैठकर पूजा करने से आत्मा को शांति मिलती है। गणेशजी की पूजा से पहले उन्हें प्रणाम करे और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करे। दीपों को जलाकर आरती करे। फूलों की बेला में देवी-देवताओं को पुष्प समर्पित करे। पूजा के बाद प्रसाद को भगवान का आशीर्वाद मानकर वितरित करे।